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opal

ओपल

इस लेख हम ओपल रत्न के बारे में विस्तार से जानने की कोशिश करेंगे। लेख में आपको ओपल की जानकारियों के साथ ही इसका ज्योतिषीय महत्व, इसे धारण करने के क्या फायदे हैं? किसी राशि के लोग ओपल को पहल सकते हैं? ओपल को कैसे धारण करें? इसे धारण करने की क्या विधि हैं? इन सभी सवालों का जवाब यहां दिया जा रहा है। जो आपके लिए बहुत ही लाभदायक होगा।


ओपल क्या है?

ओपल एक सफेद रंग का कीमती रत्न है जो सिलिकेट खनिज परिवार से आता है। यह अपने रंगों के अद्भुत संयोग के लिए पहचाना जाता है। ओपल की खोज ऑस्ट्रेलिया, इथियोपिया, मैक्सिको, ब्राजील, सूडान, हंगरी और अमेरिका के खदानों में की जाती है। सभी ओपल में ऑस्ट्रेलिया के ओपल अपने चमकीले रंग और समृद्ध बनावट के लिए व्यापक रूप से लोकप्रिय है। इथियोपियाई ओपल व मैक्सिकन ओपल को लोगों द्वारा पसंद किया जाता है, जो पारदर्शी नारंगी रंग का होता है।


ओपल का ज्योतिषीय महत्व

ओपल का अर्थ उपल और संस्कृत में ओपला है जो ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुक्र ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है। इसे व्यक्ति के जन्म पत्रिका में कमजोर शुक्र के प्रभाव का मुकाबला करने और व शुक्र के प्रभाव को बढ़ाने के लिए पहनने का सुझाव ज्योतिषियों द्वारा दिया जाता है। ओपल वित्तीय समृद्धि, शारीरिक कल्याण और अच्छी सामाजिक स्थिति लाने के लिए पहना जाता है। कीमती हीरे का यह ज्योतिषीय विकल्प रचनात्मक गतिविधियों, शानदार जीवन शैली, उच्च सामाजिक स्थिति, वैवाहिक सद्भाव और अच्छे स्वास्थ्य में सफलता के लिए धारण किया जाता है।


किस राशि के जातक ओपल धारण करें?

भारतीय ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक ओपल तुला और वृष राशि के जातकों लिए उत्तम रत्न है। पश्चिमी ज्योतिष में तुला राशि के लिए ओपल को बर्थ-स्टोन के रूप में धारण करने की सिफारिश की गई है। इसके अलावा ज्योतिषीय परामर्श पर इस रत्न को मकर, कुंभ, मिथुन और कन्या राशि के जातक भी पहन सकते हैं।


ओपल धारण करने के लाभ

ओपल रत्न अपने ज्योतिषीय गुणों और सौंदर्य आकर्षण के लिए पहचाना जाता है। हाल के वर्षों में, कई लोकप्रिय आभूषण ब्रांड और फैशन हाउस ज्वैलरी रत्न के रूप में ओपल को बढ़ावा दे रहे हैं। उन लोगों के लिए जो रत्नों के आध्यात्मिक गुणों में विश्वास करते हैं, ओपल सुंदरता में लिपटे आशीर्वाद की तरह है जो पहनने वाले को जीवन की कठिन परिस्थितियों से निपटने में मदद करता है।


ओपल वैवाहिक जीवन के लिए शुभ!

वेदों के अनुसार, कुंडली में शुक्र की कमजोर स्थिति विवाहित जीवन में संघर्ष और असहमति का संकेत देती है जिससे अलगाव हो सकता है। मिल्की ओपल रत्न को जोड़े के बीच प्यार, सद्भाव और आपसी समझ को प्रोत्साहित करने और वैवाहिक मुद्दों से छुटकारा पाने के लिए पहने का सुझाव ज्योतिषाचार्यों द्वारा दिया जाता है।
ओपल वित्तीय और सामाजिक स्थिति बेहतर बनाता है!
ज्योतिष के अनुसार शुक्र विलासता और सांसारिक इच्छाओं से संबंधित है। इसलिए, ज्योतिषी न केवल वित्तीय परिस्थितियों को बढ़ाने के लिए, बल्कि सामाजिक स्थिति और शानदार जीवन शैली को बनाए रखने के लिए ओपल को धारण करने की सलाह देते हैं।
क्रिएटिव वेंचर्स में सफलता!
रचनात्मकता और नवीनता के ग्रह के साथ जुड़े होने के नाते, प्राकृतिक ओपल रत्न को रचनात्मक क्षेत्र में काम करने वाले व्यक्तियों के लिए अत्यधिक फायदेमंद माना जाता है। जीवन की प्रेरणा और असुरक्षा की कमी की भावना को भी समाप्त करता है। ज्योतिष दृढ़ता से मानते हैं कि सफेद ओपल पहनने से कलात्मक अभिव्यक्तियों को एक अतिरिक्त बल मिलता है और बेहतर आउटपुट प्राप्त करने के लिए रचनात्मक ऊर्जा को संरेखित करता है।
ओपल के औषधिय फायदें
चिकित्सा सफेद ओपल को इसके तात्विक व औषधिय गुणों के लिए अत्यधिक महत्व दिया जाता है, जो यकृत, गुर्दे और हार्मोनल विकारों को ठीक करने में सहायक माने जाते हैं। औषधीय गुणों वाला रत्न हो ने के कारण काला ओपल और अग्नि ओपल भी पहनने वाले को विभिन्न मनोवैज्ञानिक समस्याओं और नींद संबंधी विकारों से छुटकारा मिलता है।


ओपल धारण करने की विधि

ओपल को आप ज्योतिषीय परामर्श पर धारण कर सकते हैं। इस रत्न को आप सोना व चांदी के धातु में जड़वा कर पहन सकते हैं। इसे धारण करने से पहले आप ओपल को एक दिन के लिए गंगाजल, दूध, शहद व मिश्री के घोल में डुबों कर रख दें। इसके बाद अगले दिन इसे धूप दीप दिखाकर धारण कर लें।
यह जानकारी सामान्य है। ओपल के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप ज्योतिषाचार्यों से संपर्क कर सकते हैं। इसके साथ ही कुंडली का आकलन करवाने पर हो सकता है कि आपको ज्योतिषाचार्य कोई अन्य रत्न धारण करने की सलाह दें जिससे आपको अधिक लाभ होगा। तो देर किस बात कि अभी बात करें देश के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्यों से।